देश को चाहिये वैतन में कटौती, मंहगाई में काटौती !
चुनाव से पहले केंद्रीय कर्मचारियों को एक और सौगात देते हुए सत्तारूढ़ सरकार ने इन कर्मियों के महंगाई भत्ते (डीए) में 6 फीसदी का और इजाफा कर दिया है। फिलहाल केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 16 फीसदी महंगाई भत्ता ही मिलता है। लेकिन अब यह 6 फीसदी बढ़कर 22 फीसदी हो जाएगा। बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता जनवरी 2009 से लागू होगा। सरकार के इस कदम से सरकारी खजाने पर 6015 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ने का अनुमान है। हां यह पैसा डीए बढाने के बजाये आम आदमी पर खर्च किया जाता तो शायद इस पैसे का सही उपयोग हो पाता ! साफ है चुनावी लालच तो दिया ही जा रहा है, आखिर मतदान भी तो इन्हें ही करवाना है। आम आदमी पर किये गये पैसे का फायदा पूरे देश को जरूर होता, चाहे वह कर्मचारी हो या गरीब किसान सभी को फायदा मिलता। इस देश को चाहिये वैतन में कटौती, मंहगाई में काटौती (केवल इण्डेक्स में नहीं), बेरोजगारों को रोजगार आदि-आदि !
27 फरवरी, 2009