ओबामा कहते हैं मंदी है, कामथ और अम्बानी कहते है अर्थव्यवस्था तेजी पर है ?
अमेरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने साप्ताहिक रेडियो संबोधन में अमेरीका की जनता से साफ कहा है कि आने वाले दिनों में कडे निर्णय के लिये उन्हें तैयार रहना चाहिये। उन्होंने कहा है कि अमेरीका को मजबूत और समृद्ध बनाने के लिये अवश्यक और साहसिक एवं जुम्मेदारी पूर्ण कदम उठाये जायेंगे। दूसरी ओर हमारे देश में अर्थ व्यवस्था तेजी से बढ रही है ऐसा विचार है आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंध निदेशक के वी कामथ और रिलायंस के अध्यक्ष मुकेश अम्बानी का ? जबकि दोनों कहते है कि देश मौजूदा आर्थिक संकट के दौर से उबर जाएगा।
अब ये दोनों कल क्या कहेंगे यह जनता को तैय करना है। इन्होंने जो कहा है, एक तो अर्थव्यवस्था तेजी से बढ रही है, दूसरा मौजूदा आर्थिक संकट के दौर से उबर जाऐगे। जब अर्थव्यवस्था तेजी से बढ रही है तो आर्थिक संकट क्यों पैदा हो गये, इसका इनके पास एक ही जवाब है अमेरीका में आर्थिक संकट है इस लिये ऐसा है वेसा है ? लेकिन आर्थिक संकट से उभरने के लिये अपना वेतन कम करने के लिये कुछ नहीं कहा है। बल्कि वेतन के साथ कमिश्न भी बढ गया है। अब वेतन भी चाहिये और कमिश्न भी दोना ही चाहिये ! इन्हें चाहिये एक ही चीज ले लें एक छोड दें देशहित में ? छोडने के नाम पर मंदी नहीं है। अब यह दोनों कल के बाद अमेरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की बातों का समर्थन करते नजर आये तो कोई बडी बात नहीं होगी। आप भी इनकी बातों का ध्यान से अध्ययन करें !
8 मार्च, 2009