यह अप्रेल का मजाक नहीं है ?
काँनफिल्कर वायरस के हमले से अपने कम्प्यूटर को बचायें !
1 अप्रेल को होने वाले वायरस हमले के बारे में एंटीवायरस चेतावनी दे रहे हैं ? हो सकता है आपका एंटीवायरस भी यह चेतावनी दे रहा हो ? यह चेतावनी भी उनके लिये है जो पाइरेटेड साफ्टवेयर काम में ले रहे हैं। याने लाईसेंस की के बजाये ब्लेक लिस्टेड की का उपयोग कर रहे है या पूरानी की काम में ले रहे है। यह उनके लिये नहीं है जो लाइनेक्स आपरेटिंग सिस्टम काम में ले रहे हैं।
ऐसी चर्चा है कि माइक्रोसोफ्ट ने टास्कमेनेजर अथवा रजिस्ट्रीलोक कर कब्जा करने की कोशिश नाकाम होने के बाद इसे बनाया है और आम लोगों को काँनफिल्कर वायरस को पकडने की चुनौती और ईनाम की भी घोषणा की है। यह वायरस जल्दी-जल्दी अपना प्रोग्रामिंग कोड बदलता है इस कारण इसको पकडने में काफी समस्या आ सकती है। माना जा रहा है कि इस वायरस को माइक्रोसोफ्ट ने अन्यों के साथ मिलकर इसे इंटरनेट सर्वर पर महिनों पहिले ही डाल दिया है और इसे 1 अप्रेल से अमल में लाया जाना है। हां एक बात ओर है, आप यह नहीं सोचें कि 1 अप्रेल को अपना कम्प्यूटर बन्द करने से समस्या हल हो जायेगी, ऐसा होने वाला नहीं है, पायरेटेड साफ्टवेयर वालों पर यह समस्या 1 अप्रेल बाद जब भी कम्प्यूटर चलाया जायेगा तो हो सकता है यह एक्टिवेट हो जाये क्योंकि यह महिनों पहले ही आपके कम्प्यूटर में आ चूका है। इस का उदाहरण है रजिस्ट्रीलोक अथवा टास्कमेनेजर लोक होना है ? शुरूआती जांच के लिये आप अपनी रजिस्ट्री अथवा टास्कमेनेजर की जांच करें अगर यह लोक है तो आपको अधिक समस्या आ सकती है। हम तो केवल आप से यही कहेंगे कि अपना डाटा किसी सीडी में अवश्य सेव कर ले ताकि किसी समस्या के समय आपको दिक्कत ना हो !
29 मार्च, 2009