4 दिसम्बर, 2008
राजस्थान में होगा भारी बदलाव नई सरकार के लिये ?
राजस्थान में कई जगह आज प्रात: आठ बजे के स्थान पर मतदान देर से ही शुरू हो सका, कारण मतदान केन्द्रों पर तैयारी नहीं होना या जानबूझ कर देरी करना भी रहा है। शुरूआती मतदान धीमा रहा जो कि हमेशा पहले तीन घंटों में अधिक होता है। यह सत्ता पक्ष के लिये चिन्ता का विषय हो सकता है। साफ है मतदाता काफी सोच विचार कर व तैयारी के साथ अपने घरों से मतदान करने के लिये निकल रहे हैं, जहां भी मतदाता यह तरीका अपनाते हैं, सत्ता पक्ष को परेशान करते हैं। ग्यारह से दो बजे के बीच मतदान करने वालों की कुछ गति तेज हुई। याने जोश तो है लेकिन मतदाताओं में राजनैतिक दलों के प्रति असमंजस भी देखने में आ रहा है। पिछले चुनावों में मतदान का प्रतिशत 20 से 25 पहले दौर में होता था इस बार दूसरे दौर में रहा, दूसरे दौर में 25 से 35 प्रतिशत के लगभग रहा है। तीसरा दौर याने अन्तिम दौर 2 से 5 बजे में मतदान की गति भी पहले दौर की तरह ही कम देखी गई। कुल मिला कर मतदान का पूरे राजस्थान का प्रतिशत 32 से 75 के लगभग रहने वाला है। अंतिम कुल प्रतिशत लगभग 55 से 65 के लगभग रहने वाला है। याने पिछले चुनावों से मतदान प्रतिशत काफी कम रहने वाला है। इस तरह के अनुभव से लगता है कि मतदाता अब अन्तिम समय तक अपने विचार को प्रकट नहीं करता है, सभी प्रत्याशियों और राजनैतिक दलों को असमंजस में रहने को मजबूर करता है। हां अब तो सभी को अन्तिम निर्णय के लिये मतगणना का इन्तजार तो करना ही होगा।
राजस्थान में होगा भारी बदलाव नई सरकार के लिये ?
राजस्थान में कई जगह आज प्रात: आठ बजे के स्थान पर मतदान देर से ही शुरू हो सका, कारण मतदान केन्द्रों पर तैयारी नहीं होना या जानबूझ कर देरी करना भी रहा है। शुरूआती मतदान धीमा रहा जो कि हमेशा पहले तीन घंटों में अधिक होता है। यह सत्ता पक्ष के लिये चिन्ता का विषय हो सकता है। साफ है मतदाता काफी सोच विचार कर व तैयारी के साथ अपने घरों से मतदान करने के लिये निकल रहे हैं, जहां भी मतदाता यह तरीका अपनाते हैं, सत्ता पक्ष को परेशान करते हैं। ग्यारह से दो बजे के बीच मतदान करने वालों की कुछ गति तेज हुई। याने जोश तो है लेकिन मतदाताओं में राजनैतिक दलों के प्रति असमंजस भी देखने में आ रहा है। पिछले चुनावों में मतदान का प्रतिशत 20 से 25 पहले दौर में होता था इस बार दूसरे दौर में रहा, दूसरे दौर में 25 से 35 प्रतिशत के लगभग रहा है। तीसरा दौर याने अन्तिम दौर 2 से 5 बजे में मतदान की गति भी पहले दौर की तरह ही कम देखी गई। कुल मिला कर मतदान का पूरे राजस्थान का प्रतिशत 32 से 75 के लगभग रहने वाला है। अंतिम कुल प्रतिशत लगभग 55 से 65 के लगभग रहने वाला है। याने पिछले चुनावों से मतदान प्रतिशत काफी कम रहने वाला है। इस तरह के अनुभव से लगता है कि मतदाता अब अन्तिम समय तक अपने विचार को प्रकट नहीं करता है, सभी प्रत्याशियों और राजनैतिक दलों को असमंजस में रहने को मजबूर करता है। हां अब तो सभी को अन्तिम निर्णय के लिये मतगणना का इन्तजार तो करना ही होगा।