27.10.2008
बीस करोड से अधिक निवेशकों का नुकसान दूसरों का नहीं बताये मीडिया हाउस !
हमारे देश के भौंपू मीडिया ने सभी को बताया कि मार्केट गिरने से पूंजीपतियों को करोडों का नुकसान हुआ ? कारण बताया गया मार्केट में शेयर्स की कीमतों का घटना ! यह बात अलग है कि यह शेयर्स उनके पास न होकर जनता के पास जमा हैं, कुछ सरकारी फण्डों आदि के पास हैं ! नुकसान हुआ है तो वास्तव में 20 करोड से अधिक भारतीय जनता को याने कि आम नागरिक को पुंजीपति और कम्पनियों ने अपने शेयर्स पब्लिक आफर में इन्हें दे कर पैसा जमा कर उस पैसे से ही करोडों का ब्याज कमा रहे हैं ये पूंजीपति धराने, काली कामाई अलग ? हम मीडिया के नामचि लोगों से पूछना चाहेंगे कि 20 करोड से अधिक आम निवेशकों के नुकसान को पुंजीपतियों का नुकसान क्यों बताया जा रहा है, वह भी भौपूंओं की तरह ? लगता है इन भौपूओं को लालच आ रहा है उस आर्थिक पैकेज का जो इन पूंजीपति लूटेरों को मिलेगा ? 20 करोड से अधिक आम निवेशकों को लूटने के...? वास्तव में नुकसान हुआ है तो 20 करोड से अधिक निवेशकों को और पैकेज देना ही है तो इन को देना चाहिये था ! शर्म कि बात है आम निवेशकों के नुकसान को कम्पनियों, पुंजीपतियों आदि का नुकसान बताने वाले भौंपू मीडिया के लिये ! सही बात कहने का दम भरने वाले मीडिया हाउस, अपने आपको देश के तीसरे पायदन पर होने की ताकत दिखाने वालों को अब समझ लेना चाहिये कि उनके पतन का समय भी आने वाला है। आखिर 20 करोड से अधिक निवेशकों के साथ अधिकतम गिरे स्तर का मजाक जो किया इन भौपूओं...? भौंपूओं से एक सवाल और 95 प्रतिशत से अधिक कम्पनियों को तीमाही में फायदा हुआ है जरा बतायें किसको नुकसान हुआ है ! बेशर्मों नुकसान हुआ आम जनता को, आम नागरिक...? पूंजीपतियों के आगे दुम हिलाने से और भौंपू की तरह बोलने से सत्य को नहीं दबाया जा सकता है ! क्यों नहीं दबाव बनाया सरकार और उसके निकायों पर जब आम जनता के लिये 35 प्रतिशत और पूंजीपतियों के लिये 40, 45, 50 से भी अधिक कोई शर्किट ब्रेकर ही नहीं, इस खूली लूट खसोट के लिये खुल कर बोलने कि भी हिम्मत नहीं रही इन भौपूंओ....? पायदान गिनने और ताकतवर बताने वालों को साफ तौर पर समझ लेना चाहिये कि जनता उपर चढाती है, तो नीचे गिराने में भी समय नहीं लगाती है ?